हार्ट पेशेंट की क्या पहचान है? सीने में दर्द, जकड़न, दबाव और बेचैनी, जिसे एनजाइना कहा जाता है। सांस लेने में कठिनाई। गर्दन, जबड़े, गले, पेट के ऊपरी हिस्से या पीठ में दर्द। यदि शरीर के उन क्षेत्रों में रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाएं तो पैरों या बांहों में दर्द, सुन्नता, कमजोरी या ठंडक महसूस होना।

दिल के दौरे के शुरुआती लक्षण छाती में तेज दर्द होना। भारीपन या बेचैनी। दिल की धड़कन तेज होना। ठंडा पसीना आना.

हार्ट अटैक में कौन से हाथ में दर्द होता है? दिल के दौरे के कारण ठंडा पसीना आना, दिल की धड़कन तेज़ होना, बाएं हाथ में दर्द, जबड़े में अकड़न या कंधे में दर्द भी हो सकता है।

हार्ट अटैक किसकी कमी से आता है? उच्च कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड्स कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल (जिसे "खराब" कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है) का उच्च स्तर धमनियों को संकीर्ण करने की सबसे अधिक संभावना है।

साइलेंट हार्ट अटैक का मूल कारण सामान्य हार्ट अटैक से अलग नहीं है। यह आमतौर पर तब होता है जब कोरोनरी धमनी में प्लाक का निर्माण अपने आप फट जाता है। फटने से रक्त का थक्का बनता है जो धमनी को अवरुद्ध कर देता है।

हार्ट के लिए कौन सा जूस पीना चाहिए? गाजर, चुकंदर और सेब का जूस हार्ट को हेल्दी रखने के साथ ही इम्यूनिटी मजबूत और ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर करता है।

हार्ट की सबसे अच्छी जांच कौन सी है? कार्डियक कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) या मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई)। ये परीक्षण हृदय और छाती की छवियाँ बनाते हैं। कार्डियक सीटी स्कैन एक्स-रे का उपयोग करते हैं।